वैश्विक महामारी कोविड-19 का प्रवासी महिला श्रमिकों के सामाजिक-आर्थिक स्थित पर प्रभाव-एक समाजशास्त्रीय अध्ययन (छत्तीसगढ़ राज्य के रायपुर जिले के विशेष संदर्भ में)
अशोक कुमार देवांगन, फलेन्द्र कुमार साहु, डॉ. एल.एस. गजपाल
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Abstract
विश्व अर्थतंत्र के महत्वपूर्ण इकाई होने के बाद भी श्रमिकों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति बहुत खराब है। खासकर श्रम-प्रवास में प्रवासी महिला श्रमिकों के लिए यह स्थिति बेहद दयनीय है। विकासशील देश भारत में प्रवासी श्रमिकों के संबंध में विभिन्न समस्याएं एवं संकट मौजूद हैं। अनेक शोध अध्ययन यह दर्शाते है कि श्रम प्रवास में महिलाओं की स्थिति सकारात्मक कम बल्कि नकारात्मक अधिक परिणीत हुए हैं। विशेषकर वैश्विक महामारी कोविड-19 से प्रवासी श्रमिक महिलाएं अधिक प्रभावित हुई हैं। प्रस्तुत शोध-पत्र में छत्तीसगढ़ राज्य की राजधानी रायपुर जिले के प्रभावित 80 महिला प्रवासी श्रमिकों से अर्द्ध संरिचत साक्षात्कार अनुसूची उपकरण के माध्यम से तथ्य संकलन किया गया है एवं कोविड-19 महामारी के कारण सामाजिक-आर्थिक स्थिति पर हुए प्रभाव का अध्ययन किया गया हैं। प्रस्तुत अध्ययन प्रवासी महिला श्रमिकों की सामाजिक असमानता, जीवन संकट एवं आर्थिक असुरक्षा की निराशाजनक स्थिति को चिन्हांकित करता है और यह तर्कगत् बल देता है कि वे पूर्व की अपेक्षा और अधिक दयनीय स्थिति का अनुभव कर रहे है। सामाजिक-आर्थिक सुरक्षा पर प्रभावी एवं ठोस नीतिगत् हस्तक्षेप किया जाना आवश्यक हैं।