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摘要
प्रस्तुत शोध-पत्र मेंउच्च शिक्ा मंे अध्ययनरत विद्यार्थियोंके परीक्षा चिंता स्तरके मध्य तुलनात्मक अध्ययन करने के उद्देश्य से कानपुर नगर के विभिन्न स्ववित्तपोषित महाविद्यालयोंके प्रथम सेमेस्टर के विभिन्न पाठ्यक्रमों में अध्ययनरत 500ि वद्यार्थियोंको अध्ययन में शामिलकिया गया। इसमंे 250 छात्र व 250छात्राओंको स्तरीकृत यादृच्छिक विधि से चयन कर अध्ययन मे शंामिल किया गया। तत्पश्चात उन पर मधु अग्रवाल एवं वर्षाकौशल द्वारा निर्मित परीक्षा चिंतामापनी प्रशासित की गयी। पपराप्त आंकड़ों के विश्लेषण मे पाया गया कि 500 विद्यार्थियों मे 26 प्रतिशत अर्थात् 130 विद्यार्थी निम्न परीक्षा चिंतास्तर 47.4 प्रतिशत अर्थात् 237 विद्यार्थी औसत परीक्षा चिंता स्तर तथा 26.6 प्रतिशत अर्थात् 133 विद्यार्थी उच्च परीक्षा चिंता स्तर रखते है। जब लिंग के आधार पर छात्र-छात्राओं में परीक्षा चिंता स्तर का तुलनात्मक अध्ययन किया गया तो टी-परीक्षण का मान 1.69 प्राप्त हुआ जो 0.05 स्तर पर सार्थक अन्तर को व्यक्त नहीं करता अर्था्त हम कह सकते है कि ‘छात्र-छात्राओं के परीक्षा चिंता स्तर में कोई सार्थक अन्तर नहीं है।
उच्च शिक्षा में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों में परीक्षा चिंता स्तर के मध्य तुलनात्मक अध्ययन
प्रस्तुत शोध-पत्र में उच्च शिक्षा में अध्ययनरत विद्यार्थियों के परीक्षा चिंता स्तर के मध्य तुलनात्मक अध्ययन करने के उद्देश्य से कानपुर नगर के विभिन्न स्ववित्त पोषित महाविद्यालयों के प्रथम सेमेस्टर के विभिन्न पाठ्यक्रमों में अध्ययनरत 500 विद्यार्थियों को अध्ययन में शामिल किया गया। इसमें 250 छात्र व 250 छात्राओं को स्तरीकृत यादृच्छिक विधि से चयन कर अध्ययन में शामिल किया गया। तत्पश्चात उन पर मधु अग्रवाल एवं वर्षा कौशल द्वारा निर्मित परीक्षा चिंता मापनी प्रशासित की गयी। प्राप्त आंकड़ों के विश्लेषण में पाया गया कि 500 विद्यार्थियों में 26 प्रतिशत अर्थात् 130 विद्यार्थी निम्न परीक्षा चिंता स्तर 47.4 प्रतिशत अर्थात् 237 विद्यार्थी औसत परीक्षा चिंता स्तर तथा 26.6 प्रतिशत अर्थात् 133 विद्यार्थी उच्च परीक्षा चिंता स्तर रखते है। जब लिंग के आधार पर छात्र-छात्राओं में परीक्षा चिंता स्तर का तुलनात्मक अध्ययन किया गया तो टी-परीक्षण का मान 1.69 प्राप्त हुआ जो 0.05 स्तर पर सार्थक अन्तर को व्यक्त नहीं करता अर्था्त हम कह सकते है कि ‘छात्र-छात्राओं के परीक्षा चिंता स्तर में कोई सार्थक अन्तर नहीं है।