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Social Implications of Advertising: A Perceptual Study
म एक समदाय की परगति का पमाना महिलाओ दवारा हसिल की गई परगति को मानता ह- डॉ0 भीम राव अमबडकर। बाबा साहब का यह विचार महिलाओ क विषय म बिलकल सही ह। साधारण शबदो म महिलाओ क सशकतिकरण का अरथ ह कि महिलाओ को अपनी जिदगी क फसल करन की सवतनतरता दना या उनम ऐसी कषमताऐ उतपनन करना जिसस कि व समाज म अपना सही सथान हासिल कर सक। यह कारय शिकषा दवारा ही समभव ह, शिकषा क ही माधयम स महिलाय अपन अधिकारो को जान पायगी, निरणय ल सकगी एव उचित तरकपरण चितन कर सकगी । पराचीन काल म महिलाओ की शिकषा चिताजनक थी, किनत वरतमान समय म महिलाओ क अनदर शिकषा परापत करन की ललक बढी ह जो कि उतसाहजनक ह। परसतत शोध पतर म महिलाओ की शिकषा क विभिनन सतरो पर सथिति एव महिला सशकतिकरण म शिकषा एव कौशल विकास पर परकाश डाला गया ह।