{"title":"सतना जिले के माध्यमिक शिक्षा स्तर पर अध्ययनरत शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों में पर्यावरणीय मूल्यों का तुलनात्मक अध्ययन","authors":"संतोष कुमार विश्वकर्मा, डाॅं. स्वर्णलता त्रिपाठी","doi":"10.33545/27068919.2023.v5.i9a.1053","DOIUrl":null,"url":null,"abstract":"इस शोध पत्र के द्वारा माध्यमिक शिक्षा स्तर पर अध्ययनरत शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों में पर्यावरणीय मूल्यों का तुलनात्मक अध्ययन किया गया है। इस शोध कार्य को सतना जिले के सभी विकासखण्डों से 6-6 माध्यमिक विद्यालय कुल 48 विद्यालयों से 10 छात्र व 10 छात्राएं कुल 960 छात्रों का चयन दैव निदर्शन पद्धति द्वारा पर्यावरणीय मूल्यों का तुलनात्मक अध्ययन हेतु किया गया है। पर्यावरण के विभिन्न एवं असंख्य महत्त्वपूर्ण प्रकार्य हैं। कोयला, तेल आदि स्पृश्य संसाधन प्रदान करने के अलावा, यह स्वच्छ वायु एवं जल आदि अनेक अगोचर लाभ भी देता है। अनेक पर्यावरणीय पक्ष, जैसे ओज़ोन परत, मानव मात्र की जीवन धारण के लिए अति महत्त्वपूर्ण हैं। हम पर्यावरण का मूल्यांकन कर प्रकृति पर मूल्य अंकित नहीं कर रहे, क्योंकि, वह तो सहज ही अमूल्य है। फिर भी, चूँकि गै़र.कीमत अंकित सेवाएँ समाज के प्रति नकारात्मक बाह्यताओं से पूर्ण अति.दोहनकारी प्रयोग के अधीन हैं, पर्यावरणीय सेवाओं का मूल्यांकन उनके उचित प्रयोग को सरल और कारगर बनाने में सहायक होता है। शोध के आधार पर यह निष्कर्ष प्राप्त हुआ कि शोध क्षेत्र के माध्यमिक शिक्षा स्तर पर अध्ययनरत शहरी एवं ग्रामीण विद्यार्थियों के पर्यावरणीयमूल्यों में कोई सार्थक अन्तर नहीं है और इसी प्रकार छात्र और छात्राओं के पर्यावरणीय मूल्यों में भी कोई सार्थक अन्तर नहीं है।","PeriodicalId":484107,"journal":{"name":"International journal of advanced academic studies","volume":"21 1","pages":"0"},"PeriodicalIF":0.0000,"publicationDate":"2023-09-01","publicationTypes":"Journal Article","fieldsOfStudy":null,"isOpenAccess":false,"openAccessPdf":"","citationCount":"0","resultStr":null,"platform":"Semanticscholar","paperid":null,"PeriodicalName":"International journal of advanced academic studies","FirstCategoryId":"1085","ListUrlMain":"https://doi.org/10.33545/27068919.2023.v5.i9a.1053","RegionNum":0,"RegionCategory":null,"ArticlePicture":[],"TitleCN":null,"AbstractTextCN":null,"PMCID":null,"EPubDate":"","PubModel":"","JCR":"","JCRName":"","Score":null,"Total":0}
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Abstract
इस शोध पत्र के द्वारा माध्यमिक शिक्षा स्तर पर अध्ययनरत शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों में पर्यावरणीय मूल्यों का तुलनात्मक अध्ययन किया गया है। इस शोध कार्य को सतना जिले के सभी विकासखण्डों से 6-6 माध्यमिक विद्यालय कुल 48 विद्यालयों से 10 छात्र व 10 छात्राएं कुल 960 छात्रों का चयन दैव निदर्शन पद्धति द्वारा पर्यावरणीय मूल्यों का तुलनात्मक अध्ययन हेतु किया गया है। पर्यावरण के विभिन्न एवं असंख्य महत्त्वपूर्ण प्रकार्य हैं। कोयला, तेल आदि स्पृश्य संसाधन प्रदान करने के अलावा, यह स्वच्छ वायु एवं जल आदि अनेक अगोचर लाभ भी देता है। अनेक पर्यावरणीय पक्ष, जैसे ओज़ोन परत, मानव मात्र की जीवन धारण के लिए अति महत्त्वपूर्ण हैं। हम पर्यावरण का मूल्यांकन कर प्रकृति पर मूल्य अंकित नहीं कर रहे, क्योंकि, वह तो सहज ही अमूल्य है। फिर भी, चूँकि गै़र.कीमत अंकित सेवाएँ समाज के प्रति नकारात्मक बाह्यताओं से पूर्ण अति.दोहनकारी प्रयोग के अधीन हैं, पर्यावरणीय सेवाओं का मूल्यांकन उनके उचित प्रयोग को सरल और कारगर बनाने में सहायक होता है। शोध के आधार पर यह निष्कर्ष प्राप्त हुआ कि शोध क्षेत्र के माध्यमिक शिक्षा स्तर पर अध्ययनरत शहरी एवं ग्रामीण विद्यार्थियों के पर्यावरणीयमूल्यों में कोई सार्थक अन्तर नहीं है और इसी प्रकार छात्र और छात्राओं के पर्यावरणीय मूल्यों में भी कोई सार्थक अन्तर नहीं है।